Friday, December 5, 2014

कितने खुशनसीब हैं हम भाग -2

पहला भाग ब्लॉग पर डालने से पहले मैंने बहुत सारे लोगों को अपना लेख पढ़ाया।शुक्र है कि उन्हें अच्छा लगा। तो अब बात करते हैं भाग 2 की।

तीसरी कहानी है एक ऐसी लड़की की जिनकी मम्मी कैंसर से पीड़ित हैं।हर महीने उन्हें हॉस्पिटल लेके जाना पड़ता है उनके इलाज़ के लिए।अगर आपसे कहा जाए कि आपके मम्मी या पापा को कैंसर है, आपको कैसा लगेगा? वो तो पिछले दो साल से ये देख रही है।आप अपने सामने दुनिया की सबसे अनमोल व्यक्ति को मौत के गर्त में जाते देखते हैं और आप कुछ नहीं कर सकते हैं।बस एक बुत्त की तरह बैठकर सब देखते रहते हैं और भगवान से एक एक दिन की मोहलत मांगते रहते हैं।क्या चलता होता उसके जेहन में ,या फिर उसके परिवार में, हम और आप बस अंदाज़ा लगाइये।

मैं ये नहीं कहता कि हमारे और आपके पास कोई प्रॉब्लम नहीं है।पर आप इस चीज़ को लेकर परेशान हैं कि आपके मोबाइल में ३जी नही है या फिर आपका बॉयफ्रेंड किसी दूसरी लड़की के साथ लंच कर रहा था।एक लड़की का उदाहरण बताता हूँ।वो बहुत परेशान लग रही थी।मैंने पूछा तो उसका जवाब था," वो अपने मोबाइल से परेशान है क्योंकि इसमें इंटरनेट तेज़ नहीं चलता। तो मैंने कहा कि ये मोबाइल का नही नेटवर्क का प्रॉब्लम है।तो उसने कहा उससे क्या, फिर भी उसे मोबाइल बदलना है और इस चीज़ को लेकर वो परेशान है। आप अगर इसे परेशानी कहेंगे तब तो भगवान् ही मालिक है, मेरे ख्याल से। 

आप चाहे माने या ना माने, मैं यकीनन मानता हूँ और मानता रहूँगा कि

"कितने खुशनसीब हैं हम"

आपका

आकाश

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